जौहर स्थल




वीरांगनाओं की चीखें आज भी सुनायी देती है !!
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चित्र में जो दिख रहा है यही वो असंख्य नमन करने वाला स्थल है जिसमें माँ पद्मावती ने धधकती ज्वाला कुंड छलांग लगाई थी।  चित्तौड़गढ़ के किले में आज उस कुंड की ओर जाने वाला रास्ता बेहद अंधेरे वाला है जिसपर कोई जाने का साहस नहीं करता । उस रास्ते की दीवारों तथा कई गज दूर भवनों में आज भी कुंड की अग्नि के चिन्ह और उष्णता अनुभव किया जा सकता है । विशाल अग्निकुंड की ताप से दीवारों पर चढ़े हुए चूने के प्लास्टर जल चुके हैं। चित्र में  कुंड के समीप जो दरवाज़ा दिख रहा है कहा जाता है की माँ पद्मावती वहीँ से कुंड में कूद गयी थी। स्थानीय लोग आज भी विश्वास के साथ कहते हैं कि इस कुंड से चीखें यदा-कदा सुनायी पड़ती रहती है और सैंकड़ों वीरांगनाओं की आत्माएं आज भी इस कुंड में मौजूद हैं।

 वो चीखें आज के युग में एक सबक है, "उन हिन्दू  बहनों , बेटियों के लिए जिन पर वर्तमान मलेक्ष खिलजियों की पैनी नज़र है। "
 ये चीखें नहीं एक दहाड़ है , जो यह कहता है कि ,"हे हिन्दू पुत्रियाँ हर युगों में इन खिलजियों से सतर्क रहना। "
ये चीखें नहीं एक आत्मबल है जो यह कहता है कि," हे हिन्दू पुत्रियाँ तुम अबला नहीं सबला हो ।"
 ये चीखें नहीं एक वेदना है जो यह कहता है कि, " हे हिन्दू वीरों और वीरंगाओं हमें भूल न जाना।

माँ पद्मावती हम सहस्त्र जन्म लेकर भी आपका उपकार नहीं चुका पाएँगे।

 "असंख्य नमन"-

(भाग -2)

फिल्मो को इतिहास मत समझिये और इतिहास को भी फिल्म के नजरिए से मत देखिए- जावेद-

भंसाली अगर आपको प्रेम कहानी ही बनानी है तो अल्लाउदीन खिलजी की बेटी "फिरोजा" जो राजकुमार विरमदेव की दीवानी थी! उस पर बनओ।

ओरंगजेब की एक बेटी कुँवर छत्रसाल के पीछे दीवानी थी!

ओरंगजेब की पोती सफियत्नीशा जो राजकुमार अजीत सिंह के प्रेम की दीवानी थी!इस पर बनाओ!

नुर खुरासन एक मलेच्छ (यवन)कन्या जो सम्राट बिन्दुसार के सौर्य को देखकरउनकी दीवानी हो गयी थी!उस पर बनाओ!

इल्तुतमिश की बेटी जो राजपूत जागीरदार कर्म चंद्र की दीवानी थी!उस पर बनाओ!

ओरंगजेब की बहन छत्रपति शिवाजी की दीवानी थी ।ओरंगजेब रिश्ता भी लेकर गया था शिवाजी के पास, लेकिन शिवाजी ने सिरे से खारिज कर दिया! इन पर बनाओ!

 भंसाली जी हिन्दू नारियो को बदनाम करना
बंद कर उनका सम्मान करना सीख लो!

हमारे यहां उन्हें देवी का दर्जा दिया जाता है ।उनका अपमान बर्दाश्त नही किया जाएगा।

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