यह लड़ाई शिक्षाकर्मीयों की लड़ाई मत समझे इसमे सबसे बड़ा षडयन्त्र है। हमे सरकार के द्वारा गलत संदेश दिया जा रहा है। समाज मे शिक्षक पद समाप्त कर गुरू के गरीमा को खत्म किया जा रहा है। आने वाला समय किसान, मजदूर, गरीब का बच्चा शिक्षक नहीं बनेगा, शिक्षाकर्मी बनेगा। नेता और मंत्री का बेटा डॉक्टर, ईन्जिनियर, कलेक्टर बनेगा। शिक्षक राष्ट्र का निर्माता है,भविष्य गड़ता है, अपने बच्चो के साथ–साथ गरीब, किसान, मजदूर का बेटा को गड़ता है और नेता सिर्फ भष्ट्राचार के शिवाय कुछ नहीं करता। शिक्षकों के प्रति कभी गलत सोच न रखे, आपको भी किसी न किसी शिक्षक ने ही शिक्षा दिया होगा, उनकी समस्या को समझे टिप्पणी न करें। ये सिर्फ शिक्षाकर्मीयों की लड़ाई नहीं है, शिक्षक, समाज का महत्त्वपूर्ण अंग है। शिक्षक कमजोर होगा तो समाज कमजोर होगा। शिक्षक स्कूल तक सीमित नहीं है, शिक्षाकर्मीयों की लड़ाई वेतन बढ़ाने की लड़ाई नहीं है, ये लड़ाई सम्मान की लड़ाई है। आप समर्थन करें और अपने भविष्य को मजबूत बनाये । धन्यवाद!